Advertisement

डुमरांव शहर में कूड़ा निस्तारण के लिए 4 एकड़ भूमि का होगा खरीदारी

डुमरांव शहर में कूड़ा निस्तारण के लिए 4 एकड़ भूमि का होगा खरीदारी
Share

डुमरांव शहर में कूड़ा निस्तारण के लिए एनजीटी और नगर विकास विभाग के निर्देश पर निकाली गई एनआईटी

न्यूज़11 बिहार (बक्सर): राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) और नगर विकास एवं आवास विभाग के निर्देश पर डुमरांव शहर के कूड़े के निस्तारण के लिए नगर परिषद ने 4 एकड़ भूमि की खरीदारी का निर्णय लिया है। इस योजना को लागू करने के लिए नगर परिषद ने एक निविदा (एनआईटी) जारी किया है। यह भूमि शहर से 5 किलोमीटर के दायरे में स्थित होनी चाहिए, ताकि कूड़े को समुचित तरीके से निस्तारित किया जा सके और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित हो सके। इसके लिए नगर परिषद डुमराव के द्वारा एनआईटी जारी किया गया है जिसमे प्रमुख बिंदु निम्न है।

. भूमि का आकार: नगर परिषद द्वारा खरीदी जाने वाली भूमि का कुल क्षेत्रफल 4 एकड़ होगा।

. स्थान: यह भूमि डुमरांव शहर से अधिकतम 5 किलोमीटर की दूरी के दायरे में होनी चाहिए, ताकि कूड़े के निस्तारण कार्य में कोई कठिनाई न हो और वाहनों के आवागमन में कोई समस्या न आए।

. कूड़ा निस्तारण प्रणाली: इस भूमि पर कूड़े के निस्तारण के लिए एक आधुनिक और पर्यावरणीय दृष्टि से सुरक्षित प्रणाली विकसित की जाएगी। कूड़ा प्रबंधन का कार्य एनजीटी और नगर विकास विभाग द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार किया जाएगा।

. प्रारंभिक शर्तें: निविदा में भूमि के मालिकों से मांग की गई है कि वे भूमि की उपयुक्तता, स्वामित्व और अन्य आवश्यक दस्तावेज पेश करें, जिससे प्रक्रिया में कोई देरी न हो।

नप के पदाधिकारी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य शहर में कूड़े के निस्तारण के लिए एक स्थायी और व्यवस्थित समाधान प्रदान करना है। डुमरांव में बढ़ते कूड़े और कचरे के प्रबंधन में समस्या आ रही थी, जिसके कारण नागरिकों को असुविधा का सामना करना पड़ता था।

नगर परिषद अब एनजीटी और नगर विकास विभाग के दिशा-निर्देशों के तहत कूड़ा निस्तारण के लिए एक स्थायी समाधान तलाशने में जुटी हुई है। इस भूमि की खरीदारी से कूड़े के वैज्ञानिक और पर्यावरण तरीके से निस्तारण की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने में मदद मिलेगी।

-एनजीटी और नगर विकास विभाग का योगदान:

राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने कूड़ा प्रबंधन पर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनका पालन सभी नगरपालिकाओं को करना अनिवार्य है। इन दिशा-निर्देशों के तहत, कूड़े का निस्तारण एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय मुद्दा बन गया है, जिसे जल्द से जल्द हल करना जरूरी है। नगर विकास एवं आवास विभाग भी इस परियोजना के लिए जरूरी समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है, ताकि इसका क्रियान्वयन सही तरीके से किया जा सके।

-नगर परिषद की योजना:

नगर परिषद का उद्देश्य है कि उक्त भूमि का उपयोग कूड़ा निस्तारण स्थल के रूप में करना है, जहां कूड़े को एकत्रित किया जाएगा और फिर उसे वैज्ञानिक तरीके से निस्तारित किया जाएगा। इसके अलावा, यह भूमि कूड़ा प्रबंधन के लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए भी उपयोग की जाएगी।

यह भी पढ़ें: शाही स्वाद फैमिली ढाबा एंड रेस्टोरेंट का भव्य उद्घाटन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *