राजस्व व सिंचाई विभाग की भूमि पर कब्जे की जांच शुरू, अपर समाहर्ता करेंगी रिपोर्ट तैयार
न्यूज़ 11 बिहार | बक्सर
बक्सर जिले के राजपुर थाना अंतर्गत अहियापुर गांव में हुए त्रि-हत्या कांड के बाद मामला सिर्फ कानून-व्यवस्था तक सीमित नहीं रहा, अब यह भूमि अतिक्रमण जैसे बड़े प्रशासनिक विषय की ओर भी मुड़ गया है। ग्रामीणों की ओर से सरकारी जमीन पर बड़े पैमाने पर अवैध कब्जे की शिकायतों के बाद जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने गंभीरता दिखाते हुए 24 मई को ही जांच समिति का गठन कर दिया था। इस विशेष जांच दल की अगुवाई अपर समाहर्ता कुमारी अनुपम सिंह को सौंपी गई है। जांच कार्य में सिंचाई विभाग के तकनीकी कर्मी भी शामिल रहेंगे, क्योंकि अतिक्रमण की जो जमीन चिन्हित की गई है, वह राजस्व एवं सिंचाई विभाग,दोनों की संपत्ति बताई जा रही है।
विशेष बात यह है कि इस जांच दल में राजपुर की अंचल अधिकारी को शामिल नहीं किया गया है, हालांकि संबंधित होने के कारण राजपुर अंचल के कर्मियों को आवश्यक सहयोग देने का निर्देश दिया गया है। जांच की अंतिम रिपोर्ट कुमारी अनुपम द्वारा तैयार कर सीधे डीएम कार्यालय को सौंपी जाएगी। एडीएम स्तर के अधिकारी ने पुष्टि करते हुए बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जांच कार्य शुरू कर दिया गया है और अतिक्रमण की हर बिंदु पर गहनता से समीक्षा की जा रही है। मंगलवार को जमीन से संबंधित दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन करने के लिए राजपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी तथा थानाध्यक्ष संयुक्त रूप से गांव पहुंचे और संबंधित भूमि की पड़ताल की। स्थानीय लोगों के अनुसार, जांच टीम ने नक्शा और रसीदों के आधार पर कई संदिग्ध अंशों का अवलोकन किया। प्रशासन की इस कार्रवाई से स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि अब सरकारी जमीन पर कब्जा कर बैठे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, यह कदम भविष्य में भूमि विवादों से उपजे तनाव और हिंसा को रोकने की दिशा में एक बड़ी पहल माना जा रहा है।
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