न्यूज़ 11 बिहार | बक्सर
बक्सर जिले में एक हाई प्रोफाइल ब्लैकमेलिंग कांड सामने आया है, जिसमें नगर थाना पुलिस ने दो नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस केस ने तब सनसनी फैला दी, जब इसमें जिले के चर्चित युवा नेता अरविंद तिवारी उर्फ गिट्टू तिवारी, पिता – सुरेंद्र तिवारी का नाम सामने आया। उनके साथ उनके सहयोगी संजय उपाध्याय, पिता – त्रिलोकनाथ उपाध्याय को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों को रंगेहाथ पकड़कर पुलिस को सौंपा गया।
🕵️♂️ क्या है पूरा मामला?
इस मामले की शुरुआत बंगाली टोला निवासी आफताब आलम उर्फ जानू की ओर से नगर थाना में दर्ज एफआईआर से हुई। पीड़ित ने अपनी शिकायत में कहा कि किसी ने उसकी मंगेतर और भांजे की निजी तस्वीरें एक फर्जी फेसबुक आईडी के जरिए वायरल कर दीं। इसके बाद आरोपियों की ओर से उसे ब्लैकमेल कर पैसों की मांग की गई। पहले 1.5 लाख रुपये की मांग की गई, फिर सौदा ₹28,000 में तय हुआ। आरोपियों ने रकम की पुष्टि के लिए पहले पीड़ित से 100 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए।
🪤 जाल में फंसे आरोपी, मौके पर ही धर लिए गए
जैसे ही आरोपी पैसे लेने के लिए मेहंदी वस्त्रालय के पास पहुंचे, पहले से तैयार मोहल्ले के लोगों ने दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया। तत्काल पुलिस को सूचित किया गया, जिसके बाद दोनों को नगर थाना लाया गया। पूछताछ में जब सबूत पुख्ता पाए गए, तो गिट्टू तिवारी और संजय उपाध्याय को गिरफ्तार कर शुक्रवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
👩💻 ब्लैकमेलिंग की मास्टरमाइंड एक युवती!
पुलिस जांच में इस पूरे प्रकरण में एक युवती का नाम भी सामने आया है, जिसे इस गिरोह की मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि उसी ने पीड़ित की निजी तस्वीरें जुटाईं और उन्हें वायरल करने की साजिश रची। पुलिस का कहना है कि यह युवती ही इस ब्लैकमेलिंग गिरोह का संचालन कर रही थी और तकनीकी माध्यम से सोशल मीडिया पर गतिविधियां संभाल रही थी। फिलहाल वह फरार है, और पुलिस उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
📱 आईटी एक्ट और IPC की गंभीर धाराएं लागू
नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने जानकारी दी कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66C और 66D के तहत केस दर्ज किया गया है। साथ ही भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई गंभीर धाराएं भी जोड़ी गई हैं।
“यह साइबर ब्लैकमेलिंग का नया रूप है,” – थानाध्यक्ष ने कहा।
“पहले किसी की निजी जानकारी और फोटो हासिल कर ली जाती है, फिर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर वसूली की जाती है।”
📌 मामला क्यों है अहम?
- आरोपी गिट्टू तिवारी जिले के एक प्रमुख युवा नेता माने जाते हैं और “अंत्योदय सेवा संस्थान” भी चलाते हैं।
- उनकी गिरफ्तारी से राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मच गई है।
- मामले में एक युवती की सक्रिय भूमिका, साइबर अपराध की नई परतें खोल रही है।
📢 जिले में चर्चा का विषय बना मामला
इस हाई प्रोफाइल गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया और जनचर्चा में मामला गरम है। लोग पूछ रहे हैं कि ऐसे संगीन अपराधों में सक्रिय नेता और संगठनों की भूमिका क्या है।
क्या यह ब्लैकमेलिंग का संगठित गिरोह है?
कितने लोग इस गिरोह में शामिल हैं?
इन सवालों के जवाब पुलिस की आगामी जांच से मिलने की उम्मीद है।
🔎 क्या आगे होगा?
- फरार युवती की तलाश में पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है।
- मोबाइल और सोशल मीडिया डेटा के जरिए अन्य संभावित आरोपी चिन्हित किए जा रहे हैं।
- जल्द ही पुलिस इस मामले में अधिक गिरफ्तारी कर सकती है।
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