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ड्रोन सर्वे में डुमरांव नप में 28 हजार मैट्रिक टन कचरा, जल्द होगा पहल

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न्यूज़11 बिहार | डुमरांव (बक्सर)
डुमरांव नगर परिषद क्षेत्र में हाल ही में नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा कराए गए ड्रोन सर्वे से शहर की सफाई व्यवस्था की वास्तविक स्थिति सामने आई है। इस सर्वे ने जहां पूर्व की लापरवाहियों और सफाई से जुड़ी गम्भीर चुनौतियों को उजागर किया, वहीं एक सकारात्मक पहल की नींव भी रखी है।

सर्वे के अनुसार, नगर क्षेत्र में लगभग 28 हजार मैट्रिक टन कचरा जमा हो चुका है, जो वर्षों से साफ नहीं हुआ है। यह कचरा मुख्य रूप से काव नदी, नेनुआ नहर लाइन, और नया भोजपुर-डुमरी पथ के किनारे जमा है।

✅ अब बदलने जा रही है तस्वीर

नगर कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार ने जानकारी दी कि ड्रोन सर्वे की रिपोर्ट के बाद नगर परिषद ने सफाई व्यवस्था को लेकर एक व्यापक कार्य योजना तैयार की है। उन्होंने बताया कि नगर विकास एवं आवास विभाग के निर्देश पर कचरा हटाव के लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसमें कचरा उठाव की दरें भी तय होंगी।

ईओ ने कहा – “ड्रोन सर्वे से हमें जमीनी हकीकत की सही जानकारी मिली है। अब हम योजनाबद्ध तरीके से कार्य करेंगे। विभाग की मंशा है कि डुमरांव को साफ-सुथरा और प्लास्टिक मुक्त बनाया जाए, और हम उसी दिशा में तेजी से प्रयास कर रहे हैं।”


🛠 योजना के अंतर्गत प्रस्तावित हैं ये मुख्य कार्य
  1. कचरा हटाव के लिए टेंडर प्रक्रिया:
    • जल्द ही निजी एजेंसियों से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे।
    • पारदर्शी प्रक्रिया के तहत उचित दरों पर एजेंसियों का चयन होगा।
  2. आधुनिक तकनीक का उपयोग:
    • कचरा उठाव व सफाई कार्य के लिए मशीनों व आधुनिक संसाधनों का उपयोग किया जाएगा, जिससे कार्य तेज़ और प्रभावी होगा।
  3. स्थायी कचरा निपटान केंद्र की स्थापना:
    • नगर में एक ऐसा केंद्र विकसित किया जाएगा जहां वैज्ञानिक तरीके से कचरे का निपटान हो सकेगा।
  4. जनसहभागिता एवं जागरूकता अभियान:
    • नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
    • इसके लिए दस स्वच्छता सेवकों की बहाली भी की जा चुकी है।

♻ प्लास्टिक मुक्त डुमरांव की ओर ठोस कदम

डुमरांव नगर परिषद ने स्वच्छता के साथ-साथ प्लास्टिक मुक्त शहर की दिशा में भी कमर कस ली है। नगर कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर प्लास्टिक उपयोग के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा।
नागरिकों और दुकानदारों से अपील की जा रही है कि वे प्लास्टिक की थैलियों की जगह कपड़े या जूट के थैले अपनाएं।

“शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है। इसमें समय जरूर लगेगा, लेकिन गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।”
— मनीष कुमार, नगर कार्यपालक पदाधिकारी


🧹 नागरिकों की भागीदारी: अभियान की कुंजी

इस सफाई और जागरूकता अभियान की सफलता नागरिकों के सहयोग के बिना संभव नहीं है। नगर परिषद ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों को साफ रखें, प्लास्टिक का प्रयोग बंद करें और परिषद की योजनाओं में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

स्थानीय निवासी भी इस पहल का स्वागत कर रहे हैं। नागरिकों का मानना है कि यदि यह योजना सधे हुए ढंग से लागू होती है, तो डुमरांव की दशा और दिशा दोनों बदल सकती हैं।


🌿 एक नई शुरुआत की ओर

ड्रोन सर्वे के माध्यम से डुमरांव नगर परिषद को जो जानकारी मिली है, वह न केवल पूर्व की खामियों को उजागर करती है, बल्कि एक बेहतर और स्वच्छ डुमरांव की नींव भी रखती है। यह एक ऐसा समय है, जब डुमरांव खुद को एक स्वच्छ, स्वस्थ और हरित शहर के रूप में स्थापित कर सकता है।
यदि कचरा प्रबंधन योजना सफल रही, तो यह पूरे बिहार के लिए एक मॉडल केस बन सकता है।

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