-मुखिया को दिया गया प्रशिक्षण, महिला सशक्तिकरण को लेकर करना है कार्य, सतत विकास लक्ष्यों में है शामिल, आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में डुमरी का होगा विकास
न्यूज़ 11 बिहार (बक्सर): जमीनी स्तर से ही विकास योजनाओं में हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत केंद्र सरकार का जोर महिलाओं को लेकर खास तौर पर है। इसी उद्देश्य के साथ ग्राम पंचायत विकास योजनाएं बनाने से पहले महिला सभाओं और बाल-बालिका सभाओं को अनिवार्य किया गया है।
अब सरकार चाहती है कि देश के हर जिले में कम से कम एक ग्राम पंचायत महिला हितैषी ग्राम पंचायत के रूप में विकसित हो। जिसको लेकर पंचायतीराज मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह लक्ष्य सौंप था। इस कड़ी में बक्सर जिला के सिमरी प्रखण्ड के डुमरी पंचायत का चयन महिला हितैषी मॉडल ग्राम पंचायत के रूप में किया गया है।
जिसको लेकर पंचायत के मुखिया प्रेम सागर कुँवर एवं पंचायत सचिव राकेश कुमार झा को पटना स्थित पंचायती राज विभाग में प्रशिक्षण दिया गया। इसको लेकर कार्यशाला का भी आयोजन किया गया था। जिसमें राज्य से पंचायतों के अधिकारी-प्रतिनिधि शामिल थे।
महिला-नेतृत्व विकास पर जोर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार महिला-नेतृत्व विकास पर जोर देते हैं। वह चाहते हैं कि विकास योजनाओं और कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी हो, लेकिन ग्रामीण स्तर पर अभी भी यह समस्या महसूस की जा रही है कि महिलाओं को वहां सक्रिय भागीदारी का माहौल पूरी तरह नहीं मिल पा रहा है।
महिलाओं के भीतर बैठे इसी संकोच के कारण प्रधान पति या सरपंच पति जैसी कुव्यवस्था अभी तक चल रही है, जिसे समाप्त करने के लिए चिंतन चल रहा है।
-महिला हितैषी पंचायत सतत विकास के चिन्हित नौ लक्ष्यों में भी शामिल
महिला हितैषी पंचायत सतत विकास के लिए महिलाओं को सुरक्षित और अनुकूल वातावरण देने के लिए सतत विकास के चिन्हित नौ लक्ष्यों में भी शामिल है। महिला हितैषी ग्राम पंचायत कैसे बनेगी, इसका प्रशिक्षण भी दिया गया। राज्य ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज संस्थानों, राज्य पंचायत संसाधन केंद्रों और पंचायतीराज प्रशिक्षण संस्थानों से संकाय सदस्यों या अन्य प्रतिनिधियों को नामांकित होगा।
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-महिला सशक्तीकरण को बढ़ाए जाने का लक्ष्य
प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर के द्वारा मुखिया को प्रशिक्षित किया गया है। इस सम्बंध में डुमरी मुखिया प्रेम सागर कुँवर ने बताया कि पंचायत के आदर्श रूप में विकसित हो जाने के बाद उनकी कार्यपद्धतियों को अन्य पंचायतों में भी लागू कर महिला सशक्तीकरण को बढ़ाए जाने का लक्ष्य है। जिसपर हमारे द्वारा प्रयास किया जाएगा।
–आदर्श महिला हितैषी ग्राम पंचायत
- सभी बालिकाएं स्कूल-कालेज जाती हों।
- महिलाओं और युवतियों को रोजगार व जीवन के लिए उपयोगी कौशल से लैस किया जाएगा।
- महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी संपूर्ण जानकारी मिले और स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा लाभ मिले।
- अधिक से अधिक महिलाओं-बालिकाओं की भागीदारी ग्राम सभाओं में हो।
- महिलाओं के अधिकारों के प्रति सामाजिक जागरुकता बेहतर ढंग से हो।
- ग्राम पंचायत पदाधिकारी और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को लिंग संबंधी कानूनों की पूरी जानकारी हो।
- पंचायत समिति लिंग आधारित हिंसा सहित बाल विवाह और लैंगिंग भेदभाव रोकने के लिए सख्ती और सक्रियता से काम करें।
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