-विस्तारित क्षेत्र के लोगो मे नप प्रशासन के उदासीन रवैया के प्रति जताया आक्रोश, विस्तारित क्षेत्र के लोगो ने कहा; DM साहब को विस्तारित क्षेत्र का भी दौरा कर लेना चाहिए था, ताकि घाट की सफाई हो जाता
News11 Bihar: छठ पूजा के अवसर पर जहां प्रशासन ने प्रमुख घाटों की सफाई पर ध्यान दिया है, वहीं नगर के विस्तारित क्षेत्र स्थित पुराना भोजपुर घाट पर सफाई की स्थिति बेहद खस्ताहाल है। नगर परिषद डुमरांव की उदासीनता के कारण व्रतियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
खास बात यह है कि आज शाम को पहला अर्ध है, जो छठ पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन घाट की सफाई के लिए नप प्रशासन का कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया है।
-व्रतियों में गहरी नाराजगी
पुराना भोजपुर घाट पर गंदगी का अंबार देखा जा रहा है। घाट पर फैली हुई कचरा, जलकुंड और अन्य अव्यवस्थाएं व्रतियों के लिए परेशानी का कारण बन चुकी हैं। छठ पूजा आस्था और स्वच्छता का पर्व है, लेकिन जब घाट की सफाई ही सही तरीके से नहीं की गई तो यह व्रतियों के लिए एक बड़े सवाल का विषय बन गया है।
व्रति खुद ही सफाई में जुटे हुए हैं और अपने-अपने स्तर पर घाट की सफाई कर रहे हैं। उनका कहना है कि नप प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिल रहा है। कुछ राशि लाइट के लिए मिला है। उससे भी कुछ नहीं होने वाला है। छठ पर्व को लेकर नगर परिषद का यह उदासीन रवैया लोगों में आक्रोश उत्पन्न कर रहा है।
-DM ने जिस छठ घाट का दौरा किया वह चकाचक, बाकी घाट पर सफाई नदारत
दो दिन पूर्व ही डीएम अंशुल अग्रवाल एवं एसपी शुभम आर्या के द्वारा डुमरांव नप क्षेत्र के प्रमुख छठ घाट छठिया पोखर का दौरा किया गया। उस दौरान नप प्रशासन के द्वारा घाट को पूरी तरह सजा कर डीएम के समक्ष पेश किया गया था। वही दूसरी तरफ जब बात विस्तारित क्षेत्र की आती है, तो नगर परिषद की जिम्मेदारी नदारत दिखाई देती है। यह स्पष्ट है कि प्रशासन ने कुछ प्रमुख घाटों पर ध्यान दिया, लेकिन अन्य घाटों की सफाई और व्यवस्था को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
-नया भोजपुर में घाट की सफाई ठीक
नया भोजपुर में झरनेश्वर शिव मंदिर के घाट पर चैती छठ किया जाता है। यहाँ पर व्रतियो के लिए व्यवस्था कुछ किया गया है। चेंजिंग रूम के साथ घाट की सफाई भी दिख रहा है।
-व्रतियों का प्रशासन से सवाल
व्रतियों का कहना है कि छठ पर्व में धार्मिक आस्था के साथ-साथ स्वच्छता भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है, लेकिन जब घाट ही गंदगी से भरा हो तो आस्था के इस पर्व में भक्ति के साथ असुविधाएं भी सामने आती हैं। वे चाहते हैं कि प्रशासन जल्द से जल्द घाट की सफाई का कार्य पूरा करे, ताकि लोग अपने श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना कर सकें।
-नगर परिषद को सुधारने की आवश्यकता
यह सवाल उठता है कि क्या नगर परिषद अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए सभी घाटों की सफाई को प्राथमिकता देगा, या फिर व्रतियों को खुद ही सफाई का काम करना पड़ेगा। इस समय प्रशासन को चाहिए कि वह पुराने भोजपुर घाट समेत अन्य क्षेत्रों में छठ पूजा की तैयारी को लेकर आवश्यक कदम उठाए और घाटों की सफाई का कार्य तुरंत पूरा करे।अगर नगर परिषद ने जल्द ही सुधारात्मक कदम नहीं उठाए, तो व्रतियों के आक्रोश का सामना करना पड़ सकता है, जो इस पर्व को स्वच्छता और आस्था के साथ मनाने की उम्मीद कर रहे हैं।
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