बिहार विधानसभा में आज (सोमवार, 3 मार्च) को राज्य का बजट पेश किया गया. उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने बिहार के लिए 3.17 लाख करोड़ रुपये के बजट का ऐलान किया. इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह बजट बेहद अहम माना जा रहा है. ऐसे में इस बार के बजट में अच्छा-खासा इजाफा देखने को मिला है.
बिहार के इस बजट को चुनावी बजट कहा जा सकता है, क्योंकि इलेक्शन से पहले इस बजट में राज्य के हर वर्ग पर पूरा ध्यान दिया गया है. किसानों की आय बढ़ाने और सरकार द्वारा एमएसपी पर दालों की खरीद को लेकर भी ऐलान किया गया है.
किसानों के लिए बिहार के बजट में क्या है खास?
सबसे पहले बिहार के 21 कृषि उत्पादन बाजार प्रांगण के आधुनिकीकरण और विकास के लिए कुल 1289 रुपये आवंटित किए गए हैं. इसके अलावा, NCCF और NEFED से बातचीत कर अरहर, मूंग, उड़द आदि का MSP तय किया जाएगा. राज्य के सभी सब-डिवीजन और ब्लॉक लेवल पर ‘तरकारी सुधा’ आउटलेट खोला जाएगा.
किसानों के लिए ‘बिहार खाद्य प्रसंस्करण नीति 2025’
किसानों की आय बढ़ाने के लिए और पर्यावरणीय स्थिरता के साथ सतत् औद्योगिक विकास और संतुलित क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने और रोजगार के लिए नए अवसर विकसित किया जाएगा. इसके लिए बिहार में खाद्य प्रसंस्करण नीति 2025 लागू की जाएगी.
नौकरी में महिलाओं को आरक्षण
बजट में बिहार की महिलाओं पर भी पूरा ध्यान दिया गया है. ऐलान किया गया है कि प्रमुख शहरों में काम करने वाली महिलाओं के लिए छात्रावास बनाए जाएंगे. बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की नौकरियों में महिलाओं को 33 फीसदी रिजर्वेशन मिलेगा.देश में सबसे ज्यादा महिला सिपाही बिहार में हैं, उनकी पोस्टिंग घर के पास करने की व्यवस्था कराई जाएगी.
इसके अलावा, महिला चालकों को ई-रिक्शा और दो पहिया वाहन खरीदने के लिए नगर अनुदान का भी प्रावधान किया गया है. बड़े शहरों में महिलाओं के लिए ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर बनेंगे, जिसमें ट्रेनर्स भी महिलाएं होंगी. वहीं, सरकारी कन्या मंडप बनाए जाएंगे, जिसमें गरीब बेटियों की शादी कराई जाएगी. इतना ही नहीं, महिलाओं के लिए पिंक बस की शुरुआत भी होगी, जिसमें ड्राइवर और बस दोनों महिलाएं होंगी.
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सबसे ज्यादा खर्च शिक्षा पर
बिहार के बजट में एजुकेशन में मेन फोकस रखा गया है. इस बार के बजट में शिक्षा विभाग पर 60974 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इसमें 358 ब्लॉक में कॉलेज खोले जाएंगे. वहीं, पिछड़ों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप दोगुनी किए जाने का ऐलान किया गया है. एससी/एसटी की छात्रवृत्ति भी दोगुनी होगी.
स्वास्थ्य चिकित्सा के लिए बजट में कई घोषणाएं
बिहार बजट 2025 में बड़े अनुमंडलों में रेफरल अस्पताल खोलने का ऐलान किया गया है. इसके अलावा, 108 नगर चिकित्सा सुविधा केंद्र खोले जाएंगे. सभी प्रमंडलों में कैंसर अस्पताल खुलेंगे.
बिहार के प्रमुख शहरों में पीपीडी मोड आधारित मेडिकल कॉलेज खुलेंगे और बिहार कैंसर सोसाइटी की भी स्थापना की जाएगी. बेगूसराय में सबसे ज्यादा कैंसर मरीज हैं, इसलिए वहां कैंसर अस्पताल बनाया जाएगा.
बजट में खेल के लिए प्रावधान
बिहार बजट 2025 से खेल को बढ़ावा मिलेगा. बिहार के सभी प्रमंडलों में खेल संरचना का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. हर प्रखंड में आउटडोर स्टेडियम को भी स्वीकृति दी जाएगी.
विभागों के आधार पर किसे कितना आवंटन
जानकारी के लिए बता दें कि बिहार के बजट में शिक्षा विभाग पर 660974 रुपये खर्च किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के लिए 20335 रुपये, गृह विभाग के लिए 17831 रुपये, ग्रामीण विकास विभाग के लिए 16043 रुपये और ऊर्जा विभाग के लिए 13484 रुपये आवंटित किए गए हैं.
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