आरोपियों से नजदीकी के लगे आरोप, सीसीटीवी जांच की मांग पर परिजनों ने जताई थी आपत्ति
न्यूज़ 11 बिहार | बक्सर
बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र में तैनात रहे थानाध्यक्ष संतोष कुमार को आखिरकार अपने पद पर बरती गई लापरवाही की कीमत चुकानी पड़ी। सोमवार को उन्हें पहले लाइन हाजिर कर दिया गया था, और अब मंगलवार को उन्हें औपचारिक रूप से निलंबित कर दिया गया है। इस कार्रवाई की पुष्टि पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने की है, जिन्होंने संतोष कुमार के निलंबन की अनुशंसा शाहाबाद रेंज के डीआईजी सत्य प्रकाश पाण्डेय से की थी।
राजपुर के निवर्तमान थानाध्यक्ष को लेकर अहियापुर त्रिपल मर्डर केस में मृतकों के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए थे। जब जिले के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे थे, तब पीड़ित परिवार ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि संतोष कुमार का व्यवहार निष्पक्ष नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष अक्सर आरोपियों के घर आते-जाते रहते थे और कई बार उनके साथ सामाजिक आयोजनों में भी शामिल हुए। पीड़ित पक्ष ने यहां तक कहा कि अगर जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाएं तो सब कुछ साफ हो जाएगा। इन गंभीर आरोपों के बाद एसपी ने मामले को गंभीरता से लिया और जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था। अंततः जांच के बाद यह कदम उठाया गया, जिससे पुलिस महकमे में भी एक स्पष्ट संदेश गया कि लापरवाही और पक्षपात को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब राजपुर थाना की जिम्मेदारी धनसोई के थानाध्यक्ष ज्ञानप्रकाश को सौंपी गई है। उन्हें तत्काल प्रभाव से नई जिम्मेदारी दी गई है और उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे क्षेत्र में कानून व्यवस्था को सख्ती से लागू करें तथा निष्पक्षता से जांच को आगे बढ़ाएं। यह निलंबन पुलिस विभाग के लिए एक चेतावनी है कि जनता की सुरक्षा में लापरवाही और संदिग्ध संबंध किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं होंगे। अहियापुर हत्याकांड जैसे गंभीर मामलों में तटस्थ और संवेदनशील रवैया ही विश्वास बहाल कर सकता है।
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