जिलाधिकारी ने एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा, कार्रवाई नहीं होने पर लाइसेंस होगा रद्द
न्यूज़ 11 बिहार | बक्सर
राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में 23 मई को हुए ट्रिपल मर्डर केस में प्रशासन अब पूरी सख्ती के साथ कदम उठा रहा है। इसी क्रम में मुख्य आरोपी संतोष यादव के नाम दर्ज रायफल और पिस्टल के लाइसेंस को जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही, संतोष को एक सप्ताह के अंदर संतोषजनक स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है, अन्यथा लाइसेंस को स्थायी रूप से रद्द कर दिया जाएगा।

यह कार्रवाई राजपुर थानाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश सिंह की अनुशंसा पर की गई है। पुलिस की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई थी कि इस हत्याकांड में लाइसेंसी हथियारों का भी इस्तेमाल किया गया था। संतोष यादव को वर्ष 2004 में एक रायफल और एक पिस्टल का लाइसेंस मिला था, जिसका दुरुपयोग इस जघन्य वारदात में हुआ।
गौरतलब है कि 23 मई को अहियापुर गांव में वर्चस्व की लड़ाई के चलते संतोष यादव और उसके भाई मनोज यादव ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस घटना में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। घायलों में से एक का पैर काटना पड़ा, जिससे इलाके में दहशत का माहौल कायम हो गया।
संतोष यादव इस केस का मुख्य नामजद आरोपी है और अब तक फरार चल रहा है। प्रशासन की तरफ से न सिर्फ कानूनी कार्रवाई तेज़ कर दी गई है बल्कि संपत्ति कुर्की और गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी भी की जा रही है। हथियार लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई को एक बड़ा प्रशासनिक कदम माना जा रहा है, जो यह संकेत देता है कि इस बार प्रशासन आरोपियों के खिलाफ कड़े और ठोस कदम उठाने के मूड में है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि संतोष और उसके साथियों की गिरफ्तारी जल्द ही सुनिश्चित की जाएगी और पूरे मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।
Leave a Reply