लिंगानुपात : बक्सर में 1000 लड़कों पर 897 लड़कियां
भ्रूण जांच: डीएम के निर्देश पर एक साल पूर्व ही चला था अभियान लगभग 54 केंद्र को किया गया था सील
बक्सर | राज्य के साथ बक्सर में भी लगातार लिंगानुपात घट रहा है। भ्रूण जांच होने से जिले में बेटियों की संख्या लगातार घट रही है। इसका मुख्य कारण अनाधिकृत रूप से खुले अल्ट्रासाउंड केंद्र हैं। प्रसव पूर्व लिंग परीक्षण रोकने के लिए भले ही पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट बना है, लेकिन इसका पालन कराने वाले शिथिल हैं। बेटियों की संख्या घटने से सरकार की चिंता बढ़ गई है। डीएम के द्वारा 1 साल पूर्व ही अभियान चलाकर करीब 54 की संख्या में अवैध अल्ट्रासाउंड को शील किया गया था। शहरी क्षेत्र में एसडीओ-डीडीसी और ग्रामीण क्षेत्र में बीडीओ के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गई थी। लेकिन, कुछ ही दिनों बाद कुछ सेंटर खुल गए है। कुछ आज भी दूसरे स्तरों से संचालित किए जा रहे है। जिला में निबंधित अल्ट्रासाउंड केंद्र से अधिक अवैध का संचालन हो रहा है। इससे स्वास्थ विभाग के अधिकारी भी भली भांति परिचित है। लेकिन जांच एवं अभियान के नाम पर केवल कोरम पूरा किया जाता है। जिले में लिंगानुपात के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो 1000 लड़कों पर 897 लड़कियां हैं।
-स्थिति चिंताजनक… राज्य में एक हजार लड़कों पर मात्र 903 लड़कियां
राज्य में लगातार लिंगानुपात घट रहा है। राष्ट्रीय फैमिली हेल्थ सर्वे- 4 में 1000 लड़कों पर 934 लड़कियां थीं, जो पांच साल बाद हुए फैमिली हेल्थ सर्वे-5 में घटकर 903 हो गई। इसे बढ़ाने के लिए जेंडर सेंसेटाइजेशन विषय पर स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, महिला एंव बाल विकास विभाग, विधि विभाग, पंचायती राज विभाग, आईसीडीएस व समाज कल्याण विभाग संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं।
-जिस इलाके में भी अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित हो रहे,वह होगा शील कि
सीएम के प्रगति यात्रा के दौरान राजपुरपरसन पाह पंचायत पहुंचे सिविल सर्जन शिव कुमार प्रसाद ने कहा कि लिंगानुपात को लेकर स्वास्थ विभाग के साथ अन्य विभाग भी कार्य कर रहा है। इसको लेकर जागरूकता भी फैला जा रहा है। आगे कहा कि निबंधित अल्ट्रसाउंड केंद्रों की सख्ती से नियमित जांच और अनिबंधित केंद्रों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी प्रभारियों को बीच बीच मे अभियान चलाकर जांच करने का निर्देश भी दिया गया है। सीएस ने कहा है कि जिस क्षेत्र में अनाधिकृत रूप से अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालित पाए जाएंगे। उनलोगों पर कठोर कार्यवाई किया जाएगा। वही सीएस ने सभी पीएचसी प्रभारी को चेतावनी दी कि यदि जिला व राज्य स्तरीय टीम के औचक निरीक्षण में कोई भी अल्ट्रासाउंड सेंटर अनिबंधित पाया जाता है तो इसकी सारी जिम्मेवारी संबंधित प्रभारी की होगी।
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