न्यूज़ 11 बिहार | बक्सर
बक्सर जिले के पुलिस लाइन में चल रही गृहरक्षा (होमगार्ड) बहाली प्रक्रिया के दौरान शुक्रवार को एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। नावानगर थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव निवासी ध्यानचंद अली ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर अपने भाई का बहाली में पैरवी करने के लिए कैम्प में प्रवेश करना चाहा, लेकिन सतर्क पुलिसकर्मियों ने उसकी चालाकी पकड़ ली और उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया।
घटना तब हुई जब ध्यानचंद अली अपने भाई मो. अफजल अली के साथ, जो केसठ का निवासी है और जिसकी पंजीकरण संख्या 3210817 है, बहाली प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पुलिस लाइन पहुंचा। प्रवेश द्वार पर तैनात सहायक अवर निरीक्षक अजय कुमार ने जब रजिस्ट्रेशन की जांच की, तो पाया कि केवल पंजीकृत अभ्यर्थियों को ही अंदर जाने की अनुमति है। इस पर ध्यानचंद अली ने बहस शुरू कर दी और खुद को साइबर थाना भोजपुर का एसआई मो. अली बताकर दबाव बनाने लगा।
अजय कुमार को ध्यानचंद की गतिविधियां संदिग्ध लगीं, जिसके बाद मामले की सूचना डीटीओ और डीपीआरओ बक्सर को दी गई। पूछताछ के दौरान ध्यानचंद ने अपनी पहचान फिर से बदलते हुए खुद को भोजपुर जिले का संख्यिकी पदाधिकारी अमीर सुबहानी बताया। अधिकारियों ने जब इस नाम की पुष्टि के लिए भोजपुर जिला प्रशासन से संपर्क किया, तो पता चला कि इस नाम का कोई भी अधिकारी वहां कार्यरत नहीं है। इसके बाद पूरे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हो गया। पूछताछ में ध्यानचंद अली ने स्वीकार किया कि वह अपने भाई का पैरवी करने के लिए आया था, जिसके लिए उसने फर्जी पहचान का सहारा लिया। पुलिस ने तत्काल उसे हिरासत में लेकर आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी।
कहते है एसडीपीओ
एसडीपीओ धीरज कुमार ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस बहाली प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और सख्ती के साथ संपन्न की जा रही है। किसी भी तरह की धोखाधड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। घटना के बाद बहाली स्थल पर सुरक्षा और सतर्कता और अधिक बढ़ा दी गई है।
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