-मामला वार्ड 35 में नल जल सप्लाई योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में छह समरसेबुल बोरिंग से जुड़ा है-लोक प्राधिकार के बार-बार जांच के लिए पत्र देंगे के बावजूद भी दोनों कनीय अभियंता ने नहीं किया योजना का जांच
डुमरांव: डुमरांव नगर परिषद के वार्ड 35 में नल जल सप्लाई योजना के तहत पानी नहीं मिलने पर वार्ड के ही रामव्रत राय के द्वारा नप परिषद में शिकायत कर पानी कनेक्शन के लिए पिछले एक वर्ष से गुहार लगाया जा रहा है। लेकिन नप द्वारा कनेक्शन तक नहीं दिया गया।
जिसको लेकर पीड़ित परिवादी ने डुमरांव अनुमंडल लोक शिकायत निवारण कार्यलय में एक परिवाद दायर कर दिया। जिसमें पीड़ित परिवादी का कहना कहना है की वार्ड में नल जल सप्लाई योजना में कुल छह समर्सिबल बोरिंग सत्र-2024-25 में अलग अलग जगहों पर लगाकर सप्लाई देने के नाम पर राशि की निकासी किया गया है।
जबकि धरातल पर मात्र तीन ही समरसेबुल वर्तमान समय में मौजूद है। दायर परिवाद को स्वीकृत करते हुए डुमरांव अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने नप कार्यलय को नोटिश निर्गत करते हुए परिवाद के विषय बिंदु का जांच कर प्रतिवेदन का मांग किए थे।
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जिसको लेकर लोक प्राधिकार सह कार्यपालक पदाधिकारी डुमरांव ने नप के दो कनीय अभियंता अंजनी कुमार एवं सोनू कुमार को उक्त योजना का जांच करने के लिए आदेशित किए थे। लेकिन दोनों कनीय अभियंता के द्वारा बार-बार नोटिश देने के बावजूद भी योजना का जांच नहीं किया गया और न ही जांच का प्रतिवेदन दिया गया।
जिसके कारण परिवाद का निवारण नही हो पाया न ही परिवादी को सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ मिल पाया। जिसको लेकर अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने खेद व्यक्त करते हुए कनीय अभियंता सोनु कुमार एवं अंजनी कुमार के इस कृत्य बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 के प्रति स्वेच्छाचारिता एवं उदासीन रवैया को दर्शाता है।
अतः परिवाद को उन्होंने स्वीकृत करते हुए कनीय अभियंता सोनु एवं अंजनी कुमार पर परिवाद के निवारण में यथोचित अभिरूचि नहीं लेने के कारण इनके विरूद्ध शास्ति अधिरोपित/अनुशासनिक कार्रवाई के लिए बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल को पत्र प्रेषित कर दिए है।
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