मुफस्सिल थाना क्षेत्र की घटना, इलाके में तनाव, सुरक्षा बलों की तैनाती,हत्या के मामले में नया मोड़, आठ पर नामजद प्राथमिकी
न्यूज़ 11 बिहार | बक्सर
बक्सर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में राजद मजदूर प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अर्जुन यादव की हत्या मामले ने बुधवार को तीसरे दिन नया मोड़ ले लिया है। मृतक के भाई करण यादव ने हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए आठ लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी में मनोरंजन पांडेय उर्फ राजा पांडेय, अमित तिवारी, धर्मेंद्र तिवारी, हरिओम तिवारी, गुड्डू तिवारी उर्फ सुनील तिवारी, नरेंद्र तिवारी, ओम पांडेय और मुन्ना तिवारी को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
ठेकेदारी विवाद बना हत्या का कारण: परिजन
करण यादव ने पुलिस को दिए अपने आवेदन में बताया कि अर्जुन यादव की हत्या पूर्व नियोजित साजिश के तहत करवाई गई। उन्होंने कहा कि मृतक और मुख्य आरोपी मनोरंजन पांडेय के बीच ठेकेदारी के कार्य को लेकर लंबे समय से प्रतिद्वंद्विता चल रही थी। इसी विवाद के कारण आरोपियों ने अर्जुन यादव को कई बार जान से मारने की धमकी दी थी। उन्होंने दावा किया कि इन्हीं कारणों से हत्या की साजिश रची गई और योजना के अनुसार घटना को अंजाम दिया गया।
इलाके में तनाव, पुलिस बल तैनात
अर्जुन यादव की हत्या के बाद से पूरे इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने क्षेत्र में एहतियात के तौर पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस की लगातार गश्ती हो रही है।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग तेज
मृतक के परिजन और समर्थक आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है और वे न्याय की गुहार लगा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होते, तब तक उनका आक्रोश शांत नहीं होगा।
पुलिस जांच में जुटी, जल्द होगी कार्रवाई
मुफस्सिल थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं और जल्द ही उन्हें न्यायिक प्रक्रिया के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इस हत्याकांड से बक्सर जिले की राजनीति और अपराध के बीच बढ़ते तनाव की तस्वीर सामने आई है। पुलिस पर अब तेज कार्रवाई का दबाव है और पीड़ित परिवार को जल्द न्याय की उम्मीद।
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