-स्टाल पर सिमरी के साथ जिला के अन्य समूह की दिदिया अपने-अपने प्रोडक्ट के साथ रहेगी तैनात
-सीएम के यात्रा को आकर्षक बनाने के लिए तैयारी में जुट गई है दीदियाँ
बक्सर (सिमरी) 15 फरवरी को सीएम नितीश कुमार का आगमन विश्वामिन्त्र की तपो भूमि बक्सर में होने का वाला है। जिसको लेकर तैयारी तेज हो है। वर्ष पुरानी योजनाओं का कार्य भी तेजी से चल रहा है। चौथे चरण के इस यात्रा में सीएम बक्सर के सिमरी प्रखंड स्थित केशोपुर एवं राजपुर परसन पाह पंचायत में आने वाले है। इससे पहले इनके द्वारा समाधान यात्रा किया गया था। जिसमे सीएम का विशेष फोकस जीविका दीदियों पर रहता है। इस बार प्रगति यात्रा में भी आकर्षक का केंद्र जीविका दिदियां एवं उनके द्वारा तैयार किया गया ट्रेडीशनल प्रोडक्ट रहेगा। अधिकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ प्रगति यात्रा के दौरान जीविका दीदी का 50 फिट लंबा स्टॉल लगने वाला है। जिसमे सिमरी के साथ जिला के अन्य प्रखंड की दीदी एवं उनके द्वारा बनाए जाने वाले प्रोडक्ट उपलब्ध रहेगा। जिन दीदियो का यात्रा के दौरान स्टॉल लगने वाला है।
केस स्ट्डी-1: धनहा गाँव में महादेव जीविका समूह से जुडी 60 वर्षीय पार्वती देवी की कहानी
सिमरी प्रखंड के पडरी पंचायत स्थित धनहा गाँव के महादेव जीविका समूह की 60 वर्षीय पार्वती देवी जो पुराने तरीका के कारीगरी से कम्बल का निर्माण करती है। इसके द्वारा बनाए गए कंबल भी उस दिन स्टाल पर रहेगा। दैनिक भास्कर से वार्ता के दौरान पार्वती देवी ने बताया की वर्ष 2014 में समूह से जुडी। इसलिए की कम्बल के निर्माण के लिए कच्चा समाग्री को खरीदना था। सबसे पहले हमे समूह के द्वारा बीस हजार ऋण मिला। ससमय उस ऋण को लौटा दिया । इसके बाद मशीन खरीदने के लिए सी.सी.एल ऋण के तहत 50 हजार की राशि आवंटित हुआ। उन्होंने कहा की मिली राशि से मशीन स्थापित किया। उसके बाद कंबल का निर्माण करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा की कंबल का व्यापार बहुत अच्छा चल रहा है। कंबल के बिक्री में समूह के सदस्यों ने भी योगदान दिया है । यही नहीं कम्बल की बिक्री दुसरे जिला में भी होता है। वही पटना में लगे सरस मेला में भी मेरे द्वारा बनाए गए कम्बल का खूब बिक्री हुआ। इस व्यापार से महीना में लगभग 22 से 24 हजार की आमदनी हो जाती है। इसमें परिवार का भी सहयोग मिलता है।
केस स्ट्डी-2 : ईदगाह समूह से जुडी मशरूम उत्पादन करने वाली शबरा

वही पड़ताल के दौरान टीम सिमरी प्रखंड के सिमरी पंचायत स्थित ईदगाह समूह की शबरा खातून के पास पहुंची। शबरा दीदी ने बताया की जीविका समूह हमारे लिए वरदान से कम नहीं था। हमारे बिखरे परिवार को एक साथ जोड़ने में संजीवनी का काम जीविका योजना से हुआ है। शबरा ने कहा की आर्थिक स्थित को देखते हुए वर्ष 2016 में जीविका समूह से जुडी। उस समय हमे 50 हजार रुपया ऋण मिला था। उससमय मैंने सिलाई मशीन के सहारे अपने परिवार का भरण पोषण करना शुरू किया । इससे 35 हजार के करीब वार्षिक आय प्राप्त होता था। वर्ष 2022 मे मेरे कार्यो को देखकर सामुदायिक उत्प्रेरक के रूप मे प्रकाश वीओ के अंतर्गत शामिल 14 समूहों के लेखांकन करने के रूप मे चयन हुआ। उसके बाद 2022 से प्रशिक्षण प्राप्त कर अन्य दीदियों के साथ मशरूम उत्पादन का कार्य शुरू किया । इससे दीदी को वार्षिक आय के रूप में लगभग 80,000/- से 90,000/- हजार की प्राप्ति हो जाती है । वर्तमान में दीदी कि साथ समूह की अन्य 8 महिलायें भी काम करती है और अपनी एक आमदनी कमा रही हैं।
दीदी के द्वारा मशरूम से बनाए जाने वाले खाद्य सामग्री –
खाद्य सामग्री के नाम | खाद्य सामग्री का मूल्य |
लड्डू | 400/kg |
नमकीन | 400/kg |
आचार | 300/kg |
पेड़ा | 400/kg |
अदावरी , दनौरी | 300/kg |
आटा | 1000/kg |
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