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बिस्मिल्लाह खां की याद में महोत्सव, संगीत महाविद्यालय की होगी स्थापना

बिस्मिल्लाह खां की याद में महोत्सव
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NEWS11BIHAR (BUXAR): शुक्रवार को डुमरांव नगर स्थित राज हाई स्कूल के मैदान परिसर में कला संस्कृति एवं जिला प्रशासन के तत्वाधान में भारत रत्न शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान साहब की याद में महोत्सव का आयोजन किया गया।

महोत्सव का उद्घाटन प्रभारी डीएम अनुपम सिंह, एसडीएम राकेश कुमार, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी तथा कलाकारों के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का शुभारंभ किया गया। मंच का संचालन रुपम त्रिविक्रम ने बेहतर अंदाज में किया। सर्वप्रथम स्थानीय कलाकारों का कार्यक्रम हुआ।

जिसमें स्थानीय बिस्मिल्लाह खां एकेडमी डुमरांव की प्राचार्या कुमारी सुमन ने याद पिया की आए ठुमरी के रूप में एकल गायन प्रस्तुति किया गया। जिस पर जम कर तालियां बजीं। उसके बाद ज्योति कुमारी एवं विनय मिश्र के द्वारा गायन प्रस्तुत किया गया। फोक डांस में रूपम एण्ड प्रीतम ने अपनी बेहतर प्रस्तुति की।

वही महोत्सव में उपस्थित उस्ताद बिस्मिल्लाह खां पर पुस्तक लिखने वाले मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने बिस्मिल्लाह खां की संक्षिप्त जीवनी प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि गंगा जमुनी तहजीब की वे बेहतर मिसाल थे।

बिस्मिल्लाह खां की जीवनी पर एक नाटक भी प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम की सफलता एवं संरचना में अनुराग मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही। वही मौके पर संबोधन में प्रभारी डीएम ने कहा कि उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ाँ का जन्म डुमराँव में हुआ था। वे भारत के प्रख्यात शहनाई वादक थे।

उन्होंने अपने पूरे जीवन को संगीत के प्रति समर्पित किया। उन्होंने बनारस घराने की शैली में शहनाई वादन को नई ऊंचाई दी। उन्हें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त है एवं वर्ष 2001 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया।

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वही आगे अपने सम्बोधन में प्रभारी जिलाधिकारी ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा दिनांक 15 फरवरी को बक्सर जिला अंतर्गत प्रगति यात्रा के दौरान डुमरांव में भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां संगीत महाविद्यालय की स्थापना की घोषणा की गई थी। जिसकी स्वीकृति रिकॉर्ड समय में प्राप्त हुई।

संगीत महाविद्यालय के लिए कुल 1452.15 लाख (चौदह करोड बावन लाख पन्द्रह हजार) रूपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। बिहार राज्य में संगीत के क्षेत्र में यह प्रथम महाविद्यालय की स्थापना होगी, जिससे बिहार एवं अन्य राज्यों के युवाओं को सुनहरा अवसर मिलेगा। डुमरांव में घराना की विरासत अभी भी बरकरार है।

आने वाले दिनों में इसकी ख्याति पूरे देश में और फैलेगी। मौके पर डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी, बीडीओ संदीप पांडेय, सीओ शमन प्रकाश, बंटी सिंह, डॉ शशांक शेखर उपाध्याय, जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेन्द्र पांडेय, वरीय उप समाहर्ता अजय कुमार, सौरभ आलोक, कला-संस्कृति पदाधिकारी प्रतिमा कुमारी आदि की लोग उपस्थित थे।

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