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केशोपुर पंचायत में सात निश्चय योजना में बिना धरातल पर कार्य किए ही राशि निकासी

In Keshopur Panchayat, money was withdrawn under the Seven Nischay Yojana without any work being done on the ground
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-केशोपुर पंचायत सचिव व कनीय अभियंता के विरुद्ध शास्ति अधिरोपित करने के लिए डीएम को भी भेजा गया है पत्र

BUXAR – सिमरी प्रखंड के केशोपुर पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 में वार्ड संख्या एक में कमल यादव के डेरा से हरिहर राय के बगीचा तक ईंट सोलिंग का कार्य कराने की योजना वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति ने लिया था। इसकी तकनीकी प्राक्कलन राशि 14 लाख 29 हजार 750 रुपये था । लेकिन, सड़क नहीं बनी। बिना सड़क का निर्माण कराये ही राशि का निकासी कर लिया गया था। जिसमे 14 जनवरी 2020 को चेक संख्या 673436 के माध्यम से 8 लाख 57 हजार 850 रुपये की निकासी की गयी है। दूसरी बार चेक संख्या 673438 से 5 लाख 282 रुपये की निकासी हुई। 71 हजार 80 रुपये टैक्स जमा किया गया। तकनीकी सहायक द्वारा बिना धरातल पर योजना को देखे बिना ही मापी पुस्तिका में 14 लाख 29 हजार 612 रुपये का एमबी भी कर दिया। पंचायत में हुए इस भ्रष्टाचार को ग्रामीण जीतन यादव ने लोक शिकायत में परिवाद दायर कर इसका पर्दाफास कर दिया।

दायर परिवाद के आलोक में पीठासीन पाधिकारी ने लोक प्राधिकार सह बीडीओ सिमरी शशिकांत शर्मा को नोटिस देकर उक्त योजना का धरातलीय जांच करने का आदेश दिए। जिसके आलोक बीडीओ ने उक्त सात निश्चय योजना का तकनीकी सहायक के द्वारा जांच करवाया गया। जिसमे गड़बड़ी मिला।

योजना में प्राक्कलन के अनुसार कार्य नहीं किया गया एवं राशि की निकासी कर ली गई है। उक्त कार्य में संलिप्त तत्कालीन मुखिया संतोष वर्मा, सरोज मिश्रा वार्ड सदस्य, वार्ड सं0-1, कपिल मुन्नी मिश्रा, वार्ड सचिव, ललन राम, पंचायत सचिव एवं महेन्द्र झा कनीय अभियंता के विरूद्ध कार्रवाई के लिए लोक प्राधिकार सह बीडीओ के द्वारा कार्यालय पत्रांक-70 दिनांक-11 जनवरी के द्वारा जिला पंचायत राज पदाधिकारी बक्सर को सूचित कर दिया गया है। इस स्थिति में जिला पंचायती राज पदाधिकारी, बक्सर से अपेक्षा की जाती है कि तत्कालीन मुखिया संतोष वर्मा ग्राम पंचायत केशोपुर, वार्ड सदस्य, वार्ड सं0-1 सरोज मिश्रा, कपिल मुन्नी मिश्रा, वार्ड सचिव के विरूद्ध पंचायती राज अधिनियम के तहत् नियमानुसार विधिसम्मत् कार्रवाई की जाए। वहीं लोक प्राधिकार के जाँच प्रतिवेदन के आलोक में ललन राम, पंचायत सचिव एवं महेन्द्र झा कनीय अभियंता के विरूद्ध शास्ति अधिरोपित/अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा जिला पदाधिकारी से किया गया।

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