न्यूज़ 11 बिहार | बक्सर
बक्सर जिले के बासुदेव ओपी क्षेत्र के अमीरपुर गांव में 25 मई को हुई संतोष महतो की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने शनिवार को प्रेस वार्ता में बताया कि यह हत्या ठेकेदारी वर्चस्व को लेकर पूर्व नियोजित तरीके से की गई थी। हत्या के पीछे मुख्य वजह पेप्सिको बॉटलिंग प्लांट में ठेकेदारी और कामकाज के नियंत्रण को लेकर चली आ रही प्रतिस्पर्धा थी। एसपी शुभम आर्य के अनुसार, मृतक संतोष महतो की पत्नी के बयान के आधार पर डुमरांव अनुमंडल के डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया था। जांच के दौरान पुलिस ने तीन कुख्यात आरोपियों,भोला सिंह उर्फ शिवशंकर सिंह, महेंद्र सिंह और अरुण सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है और इनके विरुद्ध गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं।
पेप्सिको प्लांट की ठेकेदारी बना विवाद का कारण
जांच में सामने आया कि संतोष महतो पहले भोला सिंह और महेंद्र सिंह के साथ मिलकर बियाडा की जमीन से पेड़ों की कटाई और बिक्री का काम करता था। नवानगर में पेप्सिको का बॉटलिंग प्लांट खुलने के बाद इनका काम मजदूर और मशीनरी की आपूर्ति तक पहुंच गया। संतोष महतो कंपनी के सारे अनुबंधों को अपने स्तर से नियंत्रित करता था, जिससे अन्य सहयोगियों में नाराजगी बढ़ गई। मुख्य आरोपी जिला परिषद सदस्य मुन्ना यादव पेप्सिको प्लांट के ठेकेदारी क्षेत्र में अपना दबदबा बनाना चाहता था, लेकिन संतोष महतो के प्रभाव और पकड़ के कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहा था। इसके बाद उसने हत्या की साजिश रचनी शुरू की।
दो दिनों तक चली थी साजिश की बैठक
पुलिस की जांच में पता चला कि मुन्ना यादव, उपेंद्र यादव, भोला सिंह, महेंद्र सिंह, अरुण सिंह और अन्य ने मिलकर हत्या की साजिश दो दिन तक रची। हत्या से एक दिन पहले मुन्ना यादव ने अपराधियों को हथियार और कारतूस मुहैया कराया। 25 मई की सुबह खलिहान में सो रहे संतोष महतो को उस समय गोली मारी गई जब वह शौच के लिए निकले थे। अपराधियों ने बेहद करीब से सिर में गोली मारी, जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई।
मुख्य साजिशकर्ता अभी भी फरार
हत्या को अंजाम देने के बाद हथियारों को छुपाने के लिए उपेंद्र कुमार और सुनील नामक व्यक्तियों को सौंपा गया। पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता जिला परिषद सदस्य मुन्ना यादव सहित अन्य फरार हैं। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ने का दावा कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस जघन्य हत्याकांड में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
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