पुलिस भवन निर्माण निगम ने एसपीटी की प्रक्रिया के लिए निजी कंपनी को किया पत्राचार
वर्ष 2002 में किराए के मकान में शुरू हुआ था नया भोजपुर का थाना, 23 वर्ष बाद मिलेगा भवन
आलोक कुमार सिन्हा
बक्सर | 23 साल बाद नया भोजपुर थाने को अपना भवन मिलेगा। शुक्रवार से नए मॉडल भवन के निर्माण की प्रारंभिक कवायद शुरू कर दी गई है। थाने का भवन निर्माण जी+3 स्ट्रक्चर के आधार पर होगा। पहले चरण में एसपीटी यानि मिट्टी जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। मिट्टी जांच के लिए सैंपल पटना लैब भेजा जाएगा जिसके बाद जारी रिपोर्ट के आधार पर निर्माण योजना का डीपीआर तैयार होगा। डीपीआर तैयार होते ही निविदा का प्रकाशन कर निर्माण एजेंसी चुनकर कार्य को शुरू करा लिया जाएगा। न्यूज़ 11 बिहार से बातचीत में एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने बताया कि सारे तकनीकी प्रोसेस को निबटाकर मार्च माह से भवन निर्माण कार्य शुरू करा लिए जाने की योजना है।
फोरलेन से 30 फीट दूर: थाने के नए मॉडल भवन निर्माण के लिए एसपीटी मिट्टी जांच (स्टैंडर्ड पेनेट्रेशन टेस्ट) का जिम्मा शुभम कंसलटेंस नाम की निजी कंपनी को सौंपी गई है। इस बाबत बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम ने पत्रांक 3118 दिनांक 4 फरवरी 2025 के माध्यम से निर्देश जारी कर निर्माण कार्य हेतु मिट्टी जांच का कार्यभार निजी कंपनी को सौंपा है। पत्रानुसार जी+3 स्ट्रक्चर पर नया भोजपुर थाने का नया भवन आधारित होगा। थाने के मॉडल भवन के लिए साइट प्लान भी तैयार कर लिया गया है। थाने के कुल कैंपस की लंबाई 180 फीट और चौड़ाई 190 फीट है। इसमें 100 फीट लंबा और 80 फीट चौड़े भवन का निर्माण होगा जिसकी दूरी आरा बक्सर फोरलेन से 30 फीट की होगी।
व्यवस्था का खासा आभाव: नया भोजपुर थाने में उचित व्यवस्था के आभाव में यहां एक भी महिला पदाधिकारी या महिला सिपाही नहीं है, जिस कारण कई केसों में पुलिस को हिचकना भी पड़ता है। अब नए भवन निर्माण के बाद यहां महिला पुलिस पदाधिकारियों के भी पदस्थापना की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं थाने के जर्जर भवन से यहां तैनात पुलिसकर्मियों को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। अभी भी पुलिस पदाधिकारी जर्जर छत के नीचे ही सोने को मजबूर है। जर्जर भवन को देखते हुए नवनिर्माण की मांग पिछले कई वर्षों से चली आ रही थी। फिलहाल थाने में लगभग 20 पुलिस पदाधिकारी प्रतिनियुक्त है जो नए भवन के निर्माण पर काफी खुश है। कयास यह लगाए जा रहे है कि इस वर्ष के अगस्त-सितंबर तक थाने का नया भवन बनकर तैयार हो जाएगा।
कई साल से स्थिति यथावत: फिलहाल नया भोजपुर थाने के पुलिस अधिकारी व कर्मचारी दूसरों की सुरक्षा की गारंटी तो दे रहे हैं, लेकिन खुद असुरक्षित है। थाना जर्जर पेपर मिल के छोड़े हुए भवन में 22 वर्षों से चल रहा है। दीवारें भरभराकर गिर रही हैं। तेज बारिश होती है तो छतों से पानी टपकता है। दिन हो या रात हमेशा सांप-बिच्छु निकलते रहते है। थाना का सिरिस्ता, थाना प्रभारी कक्ष और हाजत एक ही हॉल में है। हाजत में दो से अधिक अपराधी को रखा जाए, तो दम घुटकर मौत हो जाए। सिरिस्ता ही मालखाना है, पानी टपकने से कागज भी सड़ने लगा है। दीवारों में उलझे नंगे तारों से बारिश में दीवारों पर बिजली की करंट भी दौड़ता है। जो हमेशा बड़े हादसे को दावत दे रहा है। स्थापना के बाद से 14 थानाध्यक्ष बदले, पर स्थिति यथावत है।
नई सुविधाएं होगी: थाने के मॉडल भवन में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, जिससे पुलिस प्रशासन को अधिक प्रभावी और नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी। इस भवन में डिजिटल शिकायत केंद्र, सीसीटीवी निगरानी कक्ष, महिला सहायता कक्ष, बाल संरक्षण इकाई, वेटिंग एरिया और आधुनिक कार्यालय सुविधाएं शामिल होंगी। भवन में हाई-टेक कमांड सेंटर स्थापित किया जाएगा, जहां से पूरे क्षेत्र की सुरक्षा निगरानी की जा सकेगी। ई-एफआईआर और ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की सुविधा भी उपलब्ध होगी, जिससे नागरिकों को थाना जाने की आवश्यकता न पड़े। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अलग से परामर्श और शिकायत निवारण कक्ष बनाए जाएंगे। मॉडल थाने में पुलिसकर्मियों के लिए आधुनिक आवासीय भी शामिल होंगी।
कहते हैं एसडीपीओ: मॉडल भवन की तर्ज पर नया भोजपुर का थाना बनेगा, इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं होगी। मिट्टी जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मार्च तक इसमें काम भी लग जाएगा। इससे लोगों को प्रभावी सुविधाएं मिल सकेंगी।
अफाक अख्तर अंसारी, एसडीपीओ, डुमरांव
सम्बंधित ख़बरें- करोड़ों की सौगात से बदल जाएगी बक्सर की तस्वीर, 15 फरवरी को CM देंगे तोहफा
Leave a Reply