BUXAR: जिले के चौसा में निर्माणाधीन 1320 मेगावाट क्षमता के Thermal Power Plant की पहली यूनिट का कार्य तेजी से हो रहा है। अधिकारियों के मुताबिक इस महत्वाकांक्षी परियोजना की पहली यूनिट मार्च 2025 तक चालू करने की योजना बनाई गई है। यह परियोजना बिहार की बिजली आवश्यकताओं को पूरा करने और औद्योगिक विकास को गति देने में अहम भूमिका निभाएगी। वर्तमान में बिहार को अपनी बिजली आवश्यकताओं का बड़ा हिस्सा अन्य राज्यों से आयात करना पड़ता है। इससे राज्य पर वित्तीय दबाव बढ़ता है।
चौसा Thermal Power Plant के संचालन के बाद बिहार को इस निर्भरता से छुटकारा मिलने की संभावना है। अधिकारियों ने बताया कि इस पावर प्लांट के तहत 1320 मेगावाट क्षमता की दो यूनिटें स्थापित की जा रही हैं, जिनमें से प्रत्येक यूनिट 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगी। पहली यूनिट को मार्च 2025 तक शुरू करने की योजना है, जबकि दूसरी यूनिट का कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस प्लांट के शुरू होने से बिहार में न केवल बिजली की उपलब्धता में सुधार होगा, बल्कि राज्य के औद्योगिक विकास को भी नई दिशा मिलेगी। परियोजना के सफलतापूर्वक चालू होने के बाद बिहार देश के अन्य राज्यों को भी बिजली आपूर्ति करने में सक्षम हो सकता है। परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए सभी कर्मचारी और अधिकारी पूरी मेहनत के साथ काम कर रहे हैं। परियोजना के लिए निर्धारित समय सीमा को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है।
रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
चौसा Thermal Power Plant के निर्माण ने स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं। निर्माण के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों को रोजगार मिला है। अधिकारियों का कहना है कि प्लांट के संचालन के बाद भी बड़ी संख्या में स्थायी नौकरियां सृजित होंगी। इसके अलावा, इस परियोजना के कारण चौसा और आसपास के इलाकों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ी हैं, जिससे स्थानीय व्यापार और उद्योगों को प्रोत्साहन मिल रहा है। इसके अतिरिक्त, इस पावर प्लांट के निर्माण से चौसा के साथ-साथ पूरे बक्सर जिले में बुनियादी ढांचे का भी विकास हुआ है। सड़क, परिवहन और अन्य सुविधाओं में सुधार देखा जा रहा है, जो क्षेत्रीय विकास के लिए एक बड़ा कदम है। चौसा थर्मल पावर प्लांट जैसी बड़ी परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण, पर्यावरणीय मंजूरी और अन्य तकनीकी चुनौतियां प्रमुख मुद्दे होते हैं। एसटीपीएल के अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना की सफलता में स्थानीय किसानों और निवासियों का सहयोग महत्वपूर्ण रहा है। उनकी भागीदारी और समर्थन से परियोजना के कई महत्वपूर्ण चरण पूरे हो सके हैं।
जल्द ही सामने आएगा परिणाम
मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसटीपीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास शर्मा ने कहा कि इस परियोजना की सफलता में स्थानीय किसानों और निवासियों का अहम योगदान है। उनके सहयोग और हमारी टीम की मेहनत का परिणाम जल्द ही सामने आएगा। यह पावर प्लांट बिहार के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से न केवल बिजली आपूर्ति में सुधार होगी, बल्कि यह राज्य के आर्थिक और औद्योगिक विकास को भी नई ऊंचाई तक ले जाएगा।
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