हरियाणा | हरियाणा के पलवल जिले के गुलाबद गांव का माहौल गुरुवार को गमगीन था। गांव का वीर सपूत लांसनायक दिनेश कुमार जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हो गया। उनके पार्थिव शरीर के गांव पहुंचते ही हर आंख नम हो गई। पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
सेना में 2014 से निभा रहे थे सेवा
दिनेश कुमार ने 2014 में भारतीय सेना में भर्ती होकर अपनी ड्यूटी शुरू की थी। हाल ही में उनका प्रमोशन लांसनायक पद पर हुआ था। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा की गई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने पुंछ सेक्टर में भारी गोलीबारी शुरू कर दी। इसी दौरान मोर्चा संभालते हुए दिनेश कुमार घायल हो गए और अस्पताल में उन्होंने वीरगति प्राप्त की।
परिवार में तीन बेटे सेना में, गांव को गर्व
दिनेश अपने परिवार में पांच भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके दो छोटे भाई, कपिल और हरदत्त, अग्निवीर योजना के तहत भारतीय सेना में सेवा दे रहे हैं। पिता दयाचंद ने कहा, “मेरा एक बेटा शहीद हुआ है, लेकिन मेरे दो और बेटे देश की सेवा में हैं, मुझे अपने बेटों पर गर्व है।”
गर्भवती पत्नी, दो छोटे बच्चों का टूटा सहारा
दिनेश कुमार की पत्नी सीमा पेशे से वकील हैं और इस समय सात महीने की गर्भवती हैं। उनके एक बेटा और एक बेटी है। परिवार ने बताया कि दिनेश का सपना था कि उनके बच्चे अच्छी शिक्षा लेकर आगे बढ़ें और देश के लिए योगदान दें।
गांव की सड़कों पर निकली अंतिम यात्रा, गूंजे ‘भारत माता की जय’
गांव की गलियों में जब शहीद की अंतिम यात्रा निकली, तो ‘भारत माता की जय’ और ‘शहीद दिनेश अमर रहें’ के नारे गूंज उठे। सैकड़ों ग्रामीणों ने नम आंखों से अपने लाल को अंतिम विदाई दी। पिता दयाचंद ने अपने शहीद बेटे को मुखाग्नि दी, इस दृश्य ने सभी को भावुक कर दिया।
देशभर में शोक, सम्मान और गर्व
लांसनायक दिनेश कुमार की शहादत पर सिर्फ उनका गांव ही नहीं, बल्कि पूरा देश गर्व कर रहा है। उनकी वीरता और बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। भारत सरकार और सेना ने उनके परिवार को भरोसा दिलाया है कि देश उनके साथ खड़ा है और हर संभव मदद दी जाएगी।
👉 न्यूज़ 11 बिहार की टीम के तरफ से श्रद्धांजलि 🙏
“शहीद दिनेश कुमार, आपकी शहादत को नमन। जय हिंद।”
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